Medicine Prices in India: भारत में दवाओं की कीमत घटी या बढ़ी? क्या कहते हैं आंकड़े? पढ़ें रिपोर्ट
Medicine Prices in India: स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने सफाई दी कि तकरीबन 651 दवाओं के दाम औसतन 6.73% कम हुए हैं. सरकार ने ये भी साफ किया कि WPI के आधार पर दवाओं के दाम तय करने का फैसला 2013 में लिया गया था.
Medicine Prices in India: सरकार ने 1 अप्रैल से लगभग 900 दवाओं के दामों में बदलाव किया है. ये बदलाव Wholesale Price Index के 12% पर पहुंचने की वजह से किया गया था. Wholesale Price index यानी WPI होलसेल यानी थोक बाजार में खरीदे और बेचे जाने वाले सामान में होने वाले बदलावों को दिखाता है, जिसके आधार पर भारत में भी सामान का दाम तय होता है. आप कह सकते हैं कि ये महंगाई नापने का पैमाना है. सरकार ने इस आधार पर जो दाम बदले हैं, वो दाम Ceiling Price कहलाते हैं. यानी इस दाम से ज्यादा कीमत पर दवा नहीं बेची जा सकेगी. लेकिन रिटेलर चाहे तो प्रतियोगिता में बने रहने के लिए इससे कम दाम पर दवा बेचने का फैसला ले सकता है.
क्या कहना है सरकार का?
हालांकि नई लिस्ट सामने आने के बाद इस बात को लेकर सरकार की आलोचना हुई कि महंगाई की मार झेल रही जनता पर और बोझ डाला गया है. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने सफाई दी कि तकरीबन 651 दवाओं के दाम औसतन 6.73% कम हुए हैं. सरकार ने ये भी साफ किया कि WPI के आधार पर दवाओं के दाम तय करने का फैसला 2013 में लिया गया था. Drug Price Control Order यानी DPCO में 2013 में यानी यूपीए के शासन के दौरान ये फैसला किया गया था कि दवाओं के दामों को WPI में होने वाले उतार-चढ़ाव के आधार पर तय किए जाएंगे. सरकार ने ये भी बताया कि पिछले वर्ष सितंबर में High ब्लड प्रेशर के इलाज की दवा एमलोडिपिन (Amlodipine) की एक टैबलेट यानी गोली की कीमत पहले 3 रुपए 30 पैसे थी जो अब 2 रुपए 50 पैसे हो गई है. यही दवा जन औषधि स्टोर पर केवल 50 पैसे की मिलती है.
ये भी पढ़ें: Risks of Cancer: तेज आंच पर पका खाना खाते हैं तो सावधान हो जाइए, यहां भी है कैंसर का खतरा
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
पॉपुलर ब्रांडेड एंटीबायोटिक दवा ऑगमेंटिन (Augmentin) की एक गोली की कीमत पहले 22 रुपए 20 पैसे थी, जो अब 19 रुपए की हो चुकी है. ये दवा जेनेरिक दवा के स्टोर यानी जन औषधि स्टोर पर 9 रुपए प्रति गोली मिलती है. डायबिटीज के इलाज में आने वाली दवा मेटफ़ॉरमिन (Metformin) की एक गोली पहले 4 रुपए 50 पैसे की मिलती थी अब 5 रूपए की हो गई है. इसमें पहले के मुकाबले 50 पैसे बढ़े हैं. हालांकि जन औषधि स्टोर पर इसी दवा की एक गोली 1 रुपए 30 पैसे की मिलती है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
05:12 PM IST